भारत ने ले लिया सबका बदला, दुनिया के सामने रखे सबूत

Operation Sindoor:- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया और इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद विदेश मंत्रालय ने दो महिला सैन्य अधिकारियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस कार्रवाई को सही ठहराया और कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया गया। इसके साथ ही भारत ने कई आतंकी हमलों का सबूतों के साथ बदला भी लिया।

सेना के 2 महिला अफसरों के साथ विदेश मंत्रालय की पीसी से पहले एक वीडियो चलाया गया जिसमें साल 2001 में संसद में और साल 2002 में अक्षरधाम मंदिर में हुए आतंकी हमले से लेकर पहलगाम आतंकी हमले तक के कई वीडियो फुटेज दिखाए गए. साथ ही जानकारी दी कि पिछले दशक में सीमापार आतंकवाद की शह पर कराए जा रहे आतंकी हमलों की वजह से 350 से अधिक भारतीयों की मौत हो गई जबकि 800 से अधिक लोग घायल हुए. जबकि इस दौरान 600 से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने अपनी शहादत दी और 1400 से अधिक जख्मी हो गए.

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया, “पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने की खातिर हमारे सशस्त्र बलों की ओर से ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था. इस दौरान सीमापार से 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें नष्ट कर दिया गया.”

इससे पहले कर्नल सोफिया कुरैशी ने अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoJK) में मुंद्रिके और अन्य आतंकवादी कैंपों पर कई हमलों को दिखाते हुए वीडियो दिखाए. कर्नल कुरैशी ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया गया. इस कार्रवाई में 9 आतंकी कैंपों को टारगेट किया गया और पूरी तरह से इसे बर्बाद कर दिया गया.” ऑपरेशन के जरिए महज 25 मिनट में 9 जगहों पर 21 ठिकानों को बर्बाद कर दिया गया.

उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर रात 1.05 से 1.30 के बीच किया गया. ऑपरेशन के जरिए हमने आम नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाया. आतंकी हमले में साजिशकर्ताओं को निशाना बनाया गया.

इससे पहले पीसी की शुरुआत करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, “पाकिस्तान ने दुनिया में अपनी पहचान आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह के रूप में बना ली है. आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए उसकी ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया. आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए किया गया ऑपरेशन कार्रवाई नपी-तुली, टकराव को नहीं बढ़ाने वाली और जिम्मेदाराना थीं. भारत की ताजा कार्रवाई को इस परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए.”

ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पिछले इन सभी जख्मों का बदला ले लिया. मुंबई आतंकी हमले की साजिश जहां रची गई उसे भी नष्ट कर दिया गया. भारत की ओर से बुधवार रात चलाए गए ऑपरेशन में जिन 9 जगहों के 21 ठिकानों को बर्बाद कर दिया गया वहां पिछले कई आतंकी हमलों के लिए साजिश रची गई. आतंकवादियों को भारत पर हमले के लिए ट्रेनिंग दी गई, लेकिन अब ये सभी कैंप मिट्टी में मिला दिए गए हैं.

Leave a Comment