Kainchi Dham: कैंची धाम जाने के लिए शुभ दिन कौन सा है?

Kainchi Dham:- नीम करोली बाबा एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ एक सिद्ध पुरुष भी थे. उन्हें हनुमान जी का अवतार माना जाता है. हालांकि वह बजरंगबली के बहुत बड़े भक्त थे. इनका असली नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था. इन्हें लक्ष्मण दास, नीम करोली बाबा, तिकोनिया वाले बाबा और तलईया बाबा जैसे नामों से जाना जाता था. नीम करोली बाबा के दुनिया भर में कई मंदिर हैं, लेकिन इसमें सबसे अधिक महत्व कैंची धाम का है.

कहा जाता है कि इस धाम की स्थापना स्वयं नीम करोली बाबा ने की थी. वहीं अगर अगर आप भी नीम करौली बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए कैंची धाम जाने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी हो कि बाबा नीम करौली महाराज का आशीर्वाद पाने के लिए सबसे कौन सा दिन और समय अच्छा रहेगा.

कैंची धाम

कैंची धाम नैनीताल से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. पावन कैंची धाम की स्थापना 1964 में की गयी थी. मान्यता है कि कैंची धाम से कोई भी व्यक्ति खाली हाथ नहीं आता है. कहते हैं कि यहां मांगी गई हर मुराद बाबा नीम करोली पूरी करते हैं.

कैंची धाम जाने का शुभ दिन

बाबा नीम करौली को बजरंगबली हनुमान जी का अवतार माना जाता है. ऐसे में कैंची धाम जाने के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है. इस साल हनुमान जयंती 12 अप्रैल को मनाई जाएगी. कैंची धाम में हनुमान जी का खास मंदिर हैं, जिसकी स्थापना स्वयं नीम करोली बाबा ने की थी.

स्थापना दिवस है शुभ

कैंची धाम की स्थापना 15 जून 1964 में हुई थी. इस दिन हर साल स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में हनुमान जयंती के साथ इस दिन भी कैंची धाम जाना शुभ माना जाता है. इस दौरान यहा मेंले और भंडारे का आयोजन भी किया जाता है. मान्यता है कि कैंची धाम आने वाले भक्तों पर हनुमान जी की विशेष कृपा होती है.

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