बैतूलवासी हो जाओ तैयार आ रहे बालाजी सरकार

चांदी के छत्र सजेगा बालाजी का रथ, पांच जगह होगी महाआरती

बैतूल। हनुमान जन्मोत्सव पर इस बार बैतूल शहर एक बार फिर भक्ति की अविरल धारा से सराबोर होने जा रहा है। 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर श्री घाटा मेहंदीपुर बालाजी महाराज की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। इस रथ यात्रा में बालाजी महाराज स्वर्ण रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। बालाजी महाराज के इस रथ को चांदी के छत्र से सजाया जा रहा है और चांदी से निर्मित चरणों का विशेष पूजन किया जाएगा।

रथ यात्रा का आयोजन श्री मेहंदीपुर बालाजी भक्त मंडल समिति द्वारा किया जा रहा है। समिति के अनुसार रथ यात्रा 12 अप्रैल को सायं 5 बजे कोठी बाजार स्थित श्री हनुमान मंदिर न्यू बैतूल स्कूल ग्राउंड से प्रारंभ होगी। यहां से रथ यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई पांच किलोमीटर का सफर तय करेगी। यात्रा के दौरान शहर के पांच स्थानों पर महाआरती का आयोजन किया जाएगा।

इन स्थानों पर होगी महा आरती
पहली महाआरती रथ यात्रा प्रारंभ होते ही श्री हनुमान मंदिर न्यू बैतूल स्कूल ग्राउंड के सामने की जाएगी। दूसरी महाआरती थाना रोड स्थित दीक्षित निवास पर होगी, तीसरी महाआरती लल्ली चौक में, चौथी महाआरती बिजासनी माता मंदिर के पास और अंतिम महाआरती माता मंदिर गंज पेट्रोल पंप के समीप रथ यात्रा के समापन पर की जाएगी।
रथ की सजावट का कार्य बैतूल के कलाकार दिग्विजय बरदे और श्याम सोनी द्वारा किया जा रहा है। भक्तों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार बालाजी महाराज के रथ के रस्सों की लंबाई भी बढ़ा दी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु रथ को रस्सी से खींचकर पुण्य लाभ प्राप्त कर सकें।

लाल कोरे कपड़े में भक्त लगाएंगे अर्जी
इस भव्य आयोजन में विशेष बात यह भी है कि बालाजी रथ में भक्तजन अपनी अर्जी भी लगा सकते हैं। समिति द्वारा सभी अर्जियों को दौसा जिले के मेहंदीपुर स्थित श्री बालाजी महाराज के मंदिर में अर्पित किया जाएगा। मान्यता है कि इस मंदिर में यदि कोई भक्त लाल कोरे कपड़े में दस रुपए का सिक्का, 11 चावल के दाने और अपनी मनोकामना लिखकर अर्जी अर्पित करता है, तो बालाजी महाराज उसकी मनोकामना अवश्य पूरी करते हैं।

राजस्थान के दौसा जिले में बालरूप में विराजमान है मेहंदीपुर बालाजी
श्री मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है, जहां हनुमान जी बालरूप में विराजमान हैं। उनके साथ मंदिर में श्री प्रेतराज सरकार तथा भैरव बाबा भी विराजित हैं। देशभर से श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं और अब बैतूल में हो रही रथ यात्रा भी भक्तों के लिए उसी दिव्य अनुभव का माध्यम बनेगी।
समिति द्वारा सभी श्रद्धालुओं से रथ यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने और व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। आयोजन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और शहर को भक्ति के रंगों से सजाने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है।

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